भोपाल : 5 जुलाई, 2024 (प्योरपॉलीटिक्स)
केवल पांच बैठकों के बाद शुक्रवार को विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, 19 जुलाई तक थी सत्र की अवधि
गौ वध विधेयक पर कांग्रेस विधायक ओमकार सिंह मरकाम विवादास्पद बयान के बाद शुक्रवार को विधानसभा में भारी हंगामा हुआ। मरकाम ने बोला कि गौ माता के चमड़े से बनी ढोलक मंदिर में रखते हैं। हंगामें के बीच सभी छह विधेयक पारित कर दिए गए और मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। इस दौरान पांच बैठकें हुई। पहले दिन नर्सिंग घोटाले के आरोपों से शुरू हुई सदन की कार्यवाही पांचवें दिन जल जीवन मिशन के घोटाले के आरोपों के साथ खत्म हुई । इस दौरान कई बार सदन में नोकझोंक भी हुई। इस मानसून सत्र में कुल
मप्र गौवंश वध प्रतिषेध (संशोधन) विधेयक पर विपक्ष द्वारा सुझाव के साथ आरोप लगाए जाने पर सदन में हंगामे की स्थिति बन गई। विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने कहा कि गौमाता की धार्मिक आधार पर सीमा नहीं होनी चाहिए, क्योंकि गाय हमें अमृत तुल्य दूध प्रदान करती है। गायों के लिए पंचायत या नगर मेें व्यवस्था की जाए। उसी गौमाता के चमड़े को शुद्ध करके ढोलक बनाकर मंदिर में रखते हैं, जीवन भर गौ की सेवा करते है। मृत्यु पर संस्कार करते हैं तो उनसे कैसा परहेज। इस पर डा. राजेंद्र पांडेय ने कहा कि गाय के चमड़े से कोई ढोलक नहीं बनाई जाती, कोई उदाहरण हो तो दे दीजिए। आप विषय को धार्मिक भावना की ओर ले जा रहे हैं। मरकाम ने कहा कि मैं चार बार का विधायक हूं, हम किसी के घर जाते हैं तो थाली धुलना पड़ता है यह सच्चाई है। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि आप अधिनियम तक सीमित रहे तो बेहतर होगा। विधायक राजेंद्र पांडेय ने कहा कि अभी यह विधेयक पशुओं अवैध परिवहन के संबंध में महसूस होता है। मेरा सुझाव है कि धार्मिक वातावरण बिगाड़ने वालों को मृत्युदंड देने जैसे प्रविधान किए जाने चाहिए।
हालांकि हंगामे के बीच शुक्रवार को देर शाम मप्र सुधारात्मक सेवाएं एवं बंदीगृह विधेयक, मप्र मंत्री (वेतन तथा भत्ता) संशोधन विधेयक, मप्र निजी विश्वविद्यालय (स्थापना एवं संचालन) संशोधन विधेयक, मप्र गौवंश वध प्रतिषेध (संशोधन) विधेयक, मप्र माल और सेवा कर (द्वितीय संशोधन) विधेयक और मप्र खुले नलकूप में इंसानों के गिरने से हाेने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं सुरक्षा विधेयक 2024 सर्वसम्मति से पारित किए गए।
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जेल में स्टाफ की कमी को होमगार्ड से पूरा किया जाए
मध्य प्रदेश सुधारात्मक सेवाएं एवं बंदीगृह विधेयक 2024 पर अभय मिश्रा ने कहा कि कैदियों के सुधार के नाम पर भोजन के लिए इसमें कुछ नहीं दिया। केवल इसमें यातनाएं ही यातना। मिश्रा ने कहा कि जेल में स्टाफ की कमी को होमगार्ड से पूरा किया जाए। मिश्रा ने कहा कि कैदियों को वोट देने का अधिकारी दिया जाए और माता या पिता के जेल जाने पर उनके बच्चों के लिए व्यवस्था की जाए।







